2000 साल पुराना कंप्यूटर ग्रीक में मिला , कहा जाता है की ये कंप्यूटर भविष्य देखने के लिये उपयोग किया जाता था , तो क्या सच में 2000 साल पहले कंप्यूटर का अविष्कार हो चूका था।
जैसा की हम सभी जानते है कंप्यूटर का अविष्कार आज से 80 -90 साल पहले ही हुआ है और इसका आधुनिकरण अब भी चल रहा है तो ऐसा में 2000 साल पुराना कंप्यूटर मिलना सभी को हैरानी में डाल सकता है ,हलाकि जो कंप्यूटर ग्रीस में मिला है वो एनालॉग कंप्यूटर है , जो हमारे सौर मंडल की सही स्थिति व गड़ना बताता है।
दुनिया में आज भी कभी न कभी ऐसी चीजे मिल जाती है जो वैज्ञानिकों को हैरान कर देती है ,ऐसा ही कुछ 1902 में खजकर्ताओं को जो मिला वो सबको हैरान करने वाला था , 1902 में कुछ खोजकर्ता ग्रीक के एक आइलैंड में डूबें 2000 साल पुराने जहाज की जाँच कर रहे थे तब उन्हें हजारो कलाकृतिया शराब और सगमरमर की मुर्तिया के साथ एक इंसानी कंकाल मिला , कहा जाता है की रोमॅन्स इन सभी सामानों को ग्रीक के लोगो से छीन के ले जा रहे थे , और इनका जहाज किन्ही करणो से समुन्द्र में डूब गया , समुन्द्र ये पहली बार था की किसी इंसान का इतना पुराना और सही सलामत कंकाल मिला हो, क्योंकि अक्सर समुद्र में डूबें कंकाल को या तो समुद्री जीव खा लेते है या तो वो समुद्र के खारे पानी में घुल जाती है , इसके बाद खोजकर्ताओं को एक लकड़ी का बॉक्स में मिला और ये था एक गेयरनुमा एनालॉग system जो कांसे यानि ब्रॉन्स का बना हुआ था ,बाद में जब इसपे शोध हुआ तो पता चला की ये एक एनालॉग कंप्यूटर सिस्टम है ये चुकी Antikythera में मिला था इसलिए इसका नाम Antikythera Mechanism रखा गया , इंसानी कंकाल पर रिसर्च जारी है इससे अगर DNA निकाल लिया जाता है तो ये पता लग सकता था की ये लोग कौन थे इनकी सभ्यता या इनके वंशज कौन थे , इंसानी कंकाल के बारे में डेनमार्क के नेचुरल हिस्ट्री म्युजियम के DNA एक्सपर्ट ने कहा की ,लगता है की ये कंकाल 2000 साल पुराना है ही नहीं, जब Antikythera mechanism Analog कम्पुयटर पर और रीसर्च किया गया तो पता चला की ये 1600BC के आसपास का बना हुआ था।
Antikythera मैकेनिज्म एक एनालॉग Computer था, जब शोधकर्ताओं ने इसपे शोध किया तो पता चला की ये 2100 साल पुराना कंप्यूटर है तो वैज्ञानिकों के होश उड़ गए करीब 100 सालो तक वैज्ञानिकों ने इसपे शोध जारी रखा परन्तु वे किसी नतीजे पे नहीं पहुंच पाए, और पिछले 100 सालो से इसे ग्रीस के अथेन्स के एक नेशनल म्यूजियम में इसे सजा कर रख दिया गया , इसका रहस्य अबतक रहस्य बनकर रह गया था , परन्तु अभी हाल फिलहाल में ही हम इतने आधुनिक और काबिल बन चुके थे, की इसके रहस्य को सुलझा सके , और फिर इसपे एक बार फिर रीसर्च करने के लिए वैज्ञानिक पुरातत्व विभाग और इंजीनियरिंग के सदस्य इसके रहस्य के खुलासे में फिर से एकबार एकत्रित हुए , परन्तु अब भी एक दिक्कत आ रही थी इस मैकेनिज्म के इतने प्राचीन होने के करण इससे छेड़छाड़ करने पे ये टूट सकता था और इसे अलग अलग खोलकर इसपर शोध नहीं किया जा सकता था और एक बार फिर ये रीसर्च ठन्डे बस्ते में जाने वाला था , अब चुकी इसपे रिसर्च करने के लिए एक ऐसी X-RAY मशीन की जरुरत थी जो इसके अंदर के तस्वीरो को लेकर इसकी पूरी पिक्चर को जोड़ सके , उस समय ऐसी मात्र X-Ray मशीन इंग्लैंड में थी अब चुकी इस प्राचीन यंत्र को वहाँ ले जाना रिस्की था क्योंको इसको हटाने या छेड़ छाड करने से ये टूट सकता था , अब एक ही रास्ता था की उस भारी भरकम X -RAY मशीन को इंग्लैंड से एथेंस लाया जाय और वही करना पड़ा ,उस भारी भरकम मशीन को अथेन्स लाया गया, और जब उसपे रीसर्च हुआ तो सभी वैज्ञानिक हैरान रह गए इसके अंदर जटिल Gare system बने हुए थे , इसके अंदर 47 अलग अलग प्रकार के Gare’s लगे हुए थे और प्रतेक Gare एकदम सटिक ढंग से बनाया हुआ था , ये मशीन कुछ और नहीं दुनिया की सबसे पहली कंप्यूटर थी। और जिसने भी इसे बनया था वो बहुत बड़ा वैज्ञानिक होगा क्योंकि 2000 साल पहले ऐसे आधुनिक mechanism को बनाना नामुम्किंम था , ये मैकेनिज्म अपने समय से काफी आधुनिक थी , Antikythera Mechanism moon कैलेंडर को दर्शाता था, यानि ऐसा कैलेंडर जो हमारे चाँद के ऊपर आधारित था , इसके अलावा इससे सोलर सिस्टम के स्थिति का पता लगाया जाता था इससे सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का भी पता लगाया जाता था वो भी exact Date और Time के साथ।
ये मशीन अपने ज़माने से काफी आधुनिक बनाई गई थी , मैकेनिकल इंजीनियर माइकल राइट ने इसके डाटा द्व्रारा इसकी एक हूबहू कॉपी बनाई और बताय की इसे किसी ग्रीक अस्ट्रोनॉमर द्वारा बनाया गया होगा जो इससे ग्रहो और नक्षत्रो की स्थिति का पता लगाते थे ,इस मैकेनिज्म के अनुसार सेंटर में हमारा Earth है और बाकि planet इसके चारो ओर इसके घडी के काँटों की तरह चक्कर लगाते थे , ये मून के एलिप्टिकल path को Exact show करता था। अब आपको बताते चले की पहली एनालॉग घडी 14वी सताब्दी में बनी थी ओर वो एक छोटे से कार के बराबर की थी , परन्तु Antikythera मैकेनिज्म उससे भी 1500 साल पहले बनाई गई थी वो भी एक छोटे से वुडेन बॉक्स के अंदर कॉम्पैक्ट सिस्टम बना हुआ था।
जब वैज्ञानिक इस मैकेनिज्म पर शोध कर रहे थे तब उन्हें हैरान करने वाले कुछ तथ्य मिले, इसपे 500 से भी ज्यादे ग्रीक शब्द अंकित थे जिससे उन्हें ये पता चालाकी की इस मैकेनिज्म की एक ओर प्रति बनाई गई थी ओर दोनों को मिलाने से भविष्य की भी जानकारी मिल सकती थी इसकी दूसरी प्रति को बहुत खोजा गया परन्तु वह आजतक नहीं मिल पाई है।
Antikythera Mechanism अपने समय से इतने आधुनिक बनाये गई थी, की कुछ वैज्ञानिक इसे इंसानी मैकेनिज्म नहीं मान रहे है उनका मानना है की इसे किस परग्रही यानि एलिएन द्वारा ही निर्मित किया गया होगा या ये उनके यान का ही ये एक सिस्टम होगा।
निष्कर्ष – ये पहली बार नहीं है की वैज्ञानिको को ऐसी हैरान करने वाली चीज मिली है जिसे वे इंसानी नहीं मानते हों, ऐसी बहुत सी चीज मिली है जो वैज्ञानिको को हैरान करती रहती है, अब आपका इस मैकेनिज्म के बारे में क्या बिचार है आप हमें कमेंट बॉक्स बता सकते है।
धन्यवाद ।
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